Tamasin waterfall chatra, jharkhand (तमासिन जलप्रपात चतरा,झारखंड)
नमस्कार फ्रेंड्स,
इस ब्लॉग में मैं झारखंड राज्य के चतरा जिला के महत्वपूर्ण टूरिस्ट स्पॉट और पिकनिक स्पॉट में सबसे खूबसूरत, सबसे आकर्षक,
और प्रकृति की गोद में स्थित तमासिन जलप्रपात का बेहद खूबसूरत और आनंददायक अनुभव आप लोगों के साथ साझा करूंगा।
क्यूं प्रसिद्ध हैं तमासिन जलप्रपात
तमासिन जलप्रपात झारखंड राज्य के चतरा जिला के इटखोरी क्षेत्र अंतर्गत स्थित है जो कि चतरा से करीब 32 किलोमीटर दूर है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता देखते ही बनती है। आने वाले आगंतुक यहां की प्राकृतिक छटा देखकर मंत्रमुग्ध हो जाते हैं, अपनी सारी थकान भूल जाते हैं।
तमासिन जलप्रपात झारखंड के जंगलों और पहाड़ों के बीच मुख्य रूप से बेहद खूबसूरत पिकनिक स्पॉट है। यहां बिहार, झारखंड के अलावा देश के अन्य हिस्सों से प्रकृति प्रेमियों एवं सैलानियो का भीड़ उमड़ता है। नव वर्ष के अवसर पर यहां काफी चहल पहल देखने को मिलती है।
तमासिन जलप्रपात की इस सौंदर्य को देखने के लिए विदेशी यात्रियों की भी पसंदीदा स्थल रह चुका है। नव वर्ष के अवसर पर सैलानियों का विशेष ध्यान रखते हुए तमासिन जलप्रपात
को और भी आकर्षक बनाया जाता है। साफ सफाई, खाने पीने की चीजें,
वनभोज, पेयजल एवं कड़ी सुरक्षा
की भी व्यवस्था की जाती है।
यह जलप्रपात छोटी-बड़ी आठ नदियों का संगम स्थल माना जाता है। शायद इसलिए यहां पर कई सारे धाराओं में झरने झरते हैं। चारों तरफ जंगलों से घिरा हुआ पहाड़ों का सीना चीरते हुए जैसे ही यह झरना घाटी में उतरती है तो उसकी गर्जना से पूरी घाटी थर्रा उठती है । ऐसा लगता है मानो ये धाराएं अपनी जीत की जय जयकार कर रही हो। झरने की इस गर्जना को सुनकर मन उत्साह और जोश से भर उठता है।
कहते हैं नदियां अपने रास्ते खुद बनाती है, जब इस झरने को करीब से देखा तो यकीन हो गया कि वाकई बहते हुए जल और नदियों को ऊंचे ऊंचे पर्वत भी कैद नहीं कर सकते। नदियों के जल धाराएं चट्टानों को चीरते हुए, पत्थरों को तरह-तरह की आकृतियों में तरासते हुए मैदानों और खेतों तक पहुंचती है और इन चट्टानों पर छोड़ जाती है प्राकृतिक की बेहद खूबसूरत कलाकृतियां।
बेहद खास है तमासिन का यह झरना
- वैसे तो झारखंड जंगलों, पहाड़ों और घाटियों का शहर है। यहां की सड़कें जंगलों के बीचो बीच गुजरती हुई पहाड़ों पर चढ़ती है और घाटियों में उतरती है। ऐसा लगता है मानो पूरा शहर जंगलों और पहाड़ों के बीच प्रकृति की गोद में बसी हुई है। बिल्कुल कुछ ऐसा ही है तमासिन का झरना।मुख्य सड़क से करीब 125 फुट गहरी घाटियों में पहाड़ों को चीरता हुआ गिरता है यह झरना।
- झरने का आनंद लेने के लिए हमें लगभग 350 से भी ज्यादा सीढ़ियों से होते हुए नीचे पहाडी घाटियों में उतरना पड़ा, तब जाकर हमें झरने की फव्वारे की ठंडक मिली।
यह झरना बनाती है चट्टानों पर विशेष कलाकृतियां
तमासिन झरनों के द्वारा चट्टानों पर बनाई गई कलाकृतियों को देखकर ऐसा लगता है जैसे कोई मंझे हुए शिल्पकार फुर्सत से बैठकर इन चट्टानों को तरासा है या भगवान विश्कर्मा स्वयं ही यहां की प्रकृति को पत्थरों और झरनों से सजाया है। बहुत चमकदार, सुंदर और चिकनी चट्टानें।
यहां आते वक्त रखें खास सावधानियां
यहां चट्टानों की अजब गजब आकृतियां बनी हुई है। कुछ नुकीले, कुछ चौड़े और कुछ बेहद ही चिकने। जिस वजह से पैर फिसलने का डर हमेशा बना रहता है। साथ ही आस पास के लोगों का ऐसा मानना है कि झरने का पानी जहां पर गिरती है और जहां जमा होती है उसकी गहराई का पता लगा पाना मुश्किल
है, क्यूंकि यह धाराएं हमेशा इतनी ही तेज से सालों भर गिरती है। इसलिए थोड़ी भी असावधानी बरतना खतरे से खाली नहीं होगा।
तमासिन झरना का महत्व
इस झरने की तेज जल धाराएं चट्टानों को रास्ते हुए, उन पर तरह-तरह की नक्काशियां
करते हुए समतल मैदानों में ढ़लती हुई आगे बढ़ जाती है। बिहार में प्रवेश करते ही यह एक नदी का रूप धारण करती है और फल्गु के नाम से भगवान बुद्ध की धरती बोध गया और मोक्ष प्राप्ति स्थल विष्णुपद का चरण पखारते हुए बहती है। लोगों की मान्यता
है कि यहां स्थित तमासिन गुफा में तमासिन माता का वास है,
जो की कुंवारी मां दुर्गा का रूप है। यहां आने वाले श्रद्धालुओं की मांगी हुई मन्नतें स्वीकार होती है।
कैसे पहुंचे तमासिन जलप्रपात
- इटखोरी प्रखंड में अवस्थित तमासिन जलप्रपात झारखंड की राजधानी रांची से डेढ़ सौ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है ।
- ·जिला मुख्यालय चतरा से पैंतीस किलोमीटर, प्रमंडलीय मुख्यालय हजारीबाग से पचास किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित है।
- झारखंड के निकटतम रेलवे स्टेशन कोडरमा से 56 किलोमीटर की दूरी पर है।
- जबकि निकटतम हवाई अड्डा बोध गया नब्बे किलोमीटर की दूरी पर है, जहां से जीटी रोड होते हुए यहां तक सड़क के माध्यम से पहुंचा जा सकता है।
चतरा की यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय
यदि आप चतरा जाने की योजना बना रहे हैं तो इस स्थान पर जाने का आदर्श समय अक्टूबर से मार्च के बीच होगा। वह इसलिए क्योंकि इन महीनों में समग्र तापमान काफी सुखद होता है।
झारखंड का चतरा में है (हिंदू, बौद्ध और जैन) तीनों धर्म का संगम है ।
1.
इटखोरी का भद्रकाली मंदिर :- तमासिन से करीब 10 किलोमीटर चतरा से करीब 35 किलोमीटर पर स्थित है मां भद्रकाली मंदिर। यह मंदिर तीन धर्मों का संगम है। यहां जैन धर्म के दसवें तीर्थंकर शीतल नाथ का जन्म स्थल हैं। भद्रकाली का इतिहास एक हजार साल पुराना है। इतिहासकारों का मानना है कि यह स्थल कभी बौद्ध धर्म का भी केन्द्र था। मंदिर परिसर में संग्राहलय है जिसमें पांच सौ से अधिक प्राचीन काल की दर्शनीय प्रतिमाएं और अन्य अवशेष है। खुदाई से यहां मानव जरुरत से जुड़े कई ऐतिहासिक वस्तुएं मिली है।
यहां करीब पांच फीट का एक शिवलिंग है। इस एक ही शिवलिंग में एक हजार आठ शिवलिंग उत्कीर्ण है। खास बात यह है कि एक बार जल अर्पित करने से उसमें स्थित सभी शिवलिंग पर जल का अर्पण हो जाता है। यहां देवी काली का जग विख्यात मंदिर है। विश्व में यह मां काली का एकमात्र मंदिर है, जहां बलि नहीं दी जाती।
2.कौलेश्वरी पर्वत- जैन धर्म के दसवें तीर्थंकर
शीतलनाथ को ज्ञान की प्राप्ति चतरा के कौलेश्वरी पर्वत पर हुई थी। कौलेश्वरी को कोल्हुआ पहाड़ भी कहा जाता है। पहाड़ पर कौलेश्वरी मंदिर भी है। यहां बौद्ध धर्म से जुड़े अवशेष भी मिले हैं। हंटरगंज के अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त तीर्थ स्थल, पर्यटन स्थल और एक अंतर्राष्ट्रीय पिकनिक स्पॉट भी है कौलेश्वरी पर्वत। यहां जापान, चाइना, श्रीलंका,
अमेरिका, भूटान, नेपाल,
तिब्बत, कनाडा, सहित विभिन्न
देशो से हजारो की संख्या में पर्यटकों का आगमन होता है। दो हजार फीट की उंचाई पर स्थित सरोवर विदेशी पर्यटकों को काफी आकर्षित करता है।
3. गोवा फॉल
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4. मलूदाह जलप्रपात
5. बोरियो जलप्रपात
6.दुमेर सुमेर जलप्रपात
दोस्तों आप जब भी झारखंड टूर का प्लान करें तो चतरा दर्शन का प्लान अवश्य रखें।चतरा जिला महत्वपूर्ण टूरिस्ट स्पॉट और पिकनिक स्पॉट में सबसे खूबसूरत, सबसे आकर्षक, और प्रकृति की गोद में स्थित बेहद खूबसूरत और आनंददायक है।
धन्यवाद ...!
अभिषेक शाहिल
Hello friends,
In this blog, I will share with you all the most beautiful, most attractive and beautiful experience of Tamasin Waterfall in the lap of nature in the important tourist spots and picnic spots of Chatra district of Jharkhand state.
Why are Tamsin falls famous
Tamasin Falls is located in Itkhori area of Chatra district of Jharkhand state, which is about 32 km from Chatra. The natural beauty of this place is made on seeing it. Visitors are fascinated by the natural beauty here, forgetting all their fatigue.
Tamasin Falls is mainly a beautiful Picnic spot among the forests and mountains of Jharkhand. Apart from Bihar, Jharkhand, there is a crowd of nature lovers and tourists from other parts of the country. On the occasion of New Year, there is a lot of agitation here.
Tamasin has also been a favorite place for foreign travelers to see this beauty of waterfall. On the occasion of New Year, the Tamasin Falls are made more attractive with special attention of the tourists. Arrangements are also made for cleanliness, food items, banqueting, drinking water and strict security.
This waterfall is considered to be the confluence of eight big and small rivers. Probably because there are many waterfalls in many streams here.
As this waterfall descends into the valley surrounded by forests surrounded by forests, the entire valley trembles with its roar. It seems as if these currents are cheering their victory. Hearing this roar of the waterfall, the mind is filled with excitement and enthusiasm.
It is said that the rivers make their own way, when looking at this waterfall from close up, it was convinced that even the high mountains of the flowing water and rivers cannot be captured. The water streams of the rivers reach the plains and fields by ripping rocks, carving stones in various shapes and leaving on these rocks very beautiful artifacts of natural.
This waterfall of Tamasin is very special
- By the way, Jharkhand is a city of forests, mountains and valleys. The roads here pass between the forests, climb the mountains and descend into the valleys. It seems as if the whole city is situated in the lap of nature amidst forests and mountains.
- This is exactly the waterfall of Tamasin. This waterfall falls from the main road in a ravine about 125 feet deep in the valleys.
- To enjoy the waterfall, we had to descend the mountain valleys below about 350 stairs, then we got the coolness of the fountain of the waterfall.
This waterfall makes special artifacts on the rocks
Looking at the artefacts made on the rocks by the Tamasin Falls, it seems as if a willing craftsman has leisurely carved these rocks or Lord Vishwarma himself has decorated the nature with stones and waterfalls. Very shiny, beautiful and smooth rocks.
👉 Friends, you can also watch our video for information related to Tamasin Falls by clicking here
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Tamasin Falls Chatra, Jharkhand
Keep special precautions while coming here
The amazing shapes of the rocks remain here. Some pointed, some wide and some very smooth. Because of which there is always a fear of foot slipping. Also, people around it believe that it is difficult to find the depth of where the water of the water falls and where it accumulates, because these currents always fall so fast throughout the years. Therefore, taking a little carelessness will not be free from danger.
Importance of Tamasin Falls
The strong water currents of this waterfall led to the rocks, carrying various carvings on them, and proceeding through the plains. As soon as it enters Bihar, it assumes the form of a river and the land of Lord Buddha in the name of Falgu is realized and flows through the stage of Vishnupad, the place of salvation.
People believe that the Tamasin cave located here is the abode of Tamasin Mata, which is the form of virgin mother Durga. The vows of the devotees visiting here are accepted.
How to reach Tamasin Falls
- The Tamasin Falls, situated in Itkhori Block, is located 150 kilometers from Ranchi, the capital of Jharkhand.
- District headquarters is located thirty five kilometers from Chatra, fifty kilometers from the divisional headquarters Hazaribagh.
- The nearest railway station of Jharkhand is 56 km from Koderma.
- While the nearest airport is Bodh Gaya at a distance of ninety kilometers, from where it can be reached by road via GT Road.
Best time to visit Chatra
If you are planning to visit Chatra then the ideal time to visit this place would be between October to March. That is because the overall temperature in these months is quite pleasant.
Jharkhand's Chatra (Hindu, Buddhist and Jain) is a confluence of all three religions.
1. Bhadrakali Temple of Itkhori: - Maa Bhadrakali Temple is located about 10 kilometers from Tamasin, about 35 kilometers from Chatra. This temple is a confluence of three religions. Here is the birthplace of Sheetal Nath, the tenth Tirthankara of Jainism. The history of Bhadrakali is one thousand years old. Historians believe that this place was once also the center of Buddhism. There is a museum in the temple complex which has more than five hundred ancient statues and other relics. Many historical objects related to human need have been found here by excavation.
There is a Shivling of about five feet here. One thousand eight Shivling is engraved in this single Shivling. The special thing is that once the water is offered, water is offered on all the Shiva lingams in it. Here is the famous temple of Goddess Kali. This is the only temple of Maa Kali in the world, where sacrifices are not made.
2. Kauleshwari Mountains -
The tenth Tirthankara of Jainism, Shitalnath, received knowledge on Mount Kauleshwari in Chatra. Kauleshwari is also called Kolhua mountain. There is also the Kauleshwari temple on the mountain. Remains associated with Buddhism have also been found here. The internationally renowned pilgrimage site, tourist destination and an international picnic spot of Hunterganj are also the Kauleshwari Mountains. It attracts thousands of tourists from different countries including Japan, China, Sri Lanka, America, Bhutan, Nepal, Tibet, Canada. The lake, situated at an altitude of two thousand feet, attracts a lot of foreign tourists.
3. Goa Fall
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Goa Waterfall Chatra, Jharkhand
4. Maludah Falls
5. Borio Falls
6.Dumer Sumer Falls
Friends, whenever you plan a Jharkhand tour, be sure to plan Chatra Darshan. Chatra district is one of the most beautiful, most attractive, and very beautiful and enjoyable in the lap of nature among important tourist spots and picnic spots.
Thank you...!
Abhishek Shahil
bahut achhi jankari diya apne bhut kam log Jante h ki falgu river Kha se nikalti ...apke madhayam se ye jankari mili apka bahut bahut Dhanybad ...aur isi trah jankari dete rhe prakriti saindary ka ����������
ReplyDeleteDetailed information ��
ReplyDeletethank you bhai agar aap abhi tak hamare youtube channel par video dekhne ke liye nahi gaye hain to aap please ek bar jaaiye aur video pasand aaye to video ko like aur channel ko subscribe jarur kare
Deleteyoutube channel name DREAM MATE RIDE