बैजू धाम -बिहार का बैजनाथ धाम यानी देवघर ( Gaya Baiju Dham -Like Baijnath Dham in Bihar)
नमस्कार दोस्तों।
जैसा कि मैंने आपको अपने बारे में बताया था कि यह ब्लॉग मुख्य रूप से Travel और Tourism से संबंधित है। जिसमें की मैं अपने यात्रा का अनुभव और उस जगह से संबंधित विस्तृत जानकारी और आप वहां तक कैसे पहुंच सकते हैं ये सारा कुछ आपसे साझा करूंगा।
दोस्तों मैंने अपनी पहली यात्रा बिहार के गया जिले के बैजू धाम से शुरू की है जो कि हमारे गांव से करीब 25 किलोमीटर की दूरी पर, गुरुआ प्रखंड के क्षेत्र में पड़ता है।
Baiju Dham Temple |
बैजू धाम क्यों प्रसिद्ध है?
दोस्तों बैजू धाम आस्था एवं पर्यटन के नजरिए से महत्वपूर्ण है। यहां पर भगवान शिव की ज्योतिर्लिंग प्रकट होने की कथा खूब प्रचलित है।यहां प्राकृतिक नजारों के बीच मोरहर नदी के किनारे पर भगवान शिव की भव्य मंदिर मंदिर का निर्माण किया गया है। सावन मास के समय जल चढ़ाने के लिए यहां पर श्रद्धालुओं और कांवरियों की काफी संख्या में भीड़ उमड़ती है।
श्रावणी मेला के दौरान इस मंदिर परिसर को देवघर की भांति खूब सजाया जाता है । पूरे महीने बैजू धाम शिव की पूजा- अर्चना और बम भोले की गूंज से शिव भक्ति में लीन हो जाता है।इसे बिहार का बैजनाथ धाम या देवघर भी कहा जाता है।
आस्था एवं पर्यटन के दृष्टिकोण से गया जिले बैजू धाम विशिष्ट महत्व रखता है। इसलिए बैजू धाम को बोधगया, राजगीर एवं नालंदा की तर्ज पर तेजी से विकसित किया गया है। मोरहर नदी का किनारा मरहक पहाड़ की हरी-भरी मनमोहक वादियां एवं आसपास के जंगल इसके प्राकृतिक छटा में चार चांद लगाती है। साथ ही इसे और रमणीय स्थल के रूप में विकास करने के लिए यहां पर सरकार की ओर से भी खास पहल की गई है। सावन के अलावे यहां पर सालों भर अन्य कार्यक्रम जैसे कि यज्ञ पूजा-पाठ, शादी विवाह एवं अन्य धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया जाता है। इसलिए सरकार की ओर से विशिष्ट संसाधन के रूप में तालाब, पार्क, धर्मशाला, विवाह मंडप, हवन कुंड एवं विश्राम स्थल का भी बंदोबस्त किया गया है।
बैजू धाम के शिवलिंग के प्रकट होने के पीछे है अद्भुत दंत कथा।
Baiju Dham Shivling |
गुरुआ प्रखंड में और खासकर मोरहर नदी के आस-पास के गांव में सितंबर सन 2000ई मेंभयानक बाढ़ आई थी जिस वजह से बैजू बीघा गांव के लोग अपने जानवरों को पास स्थित मरहक पहाड़ी पर घास चराने के लिए ले जाया करते थे। इसी दौरान कामेश्वर यादव नाम का एक व्यक्ति अपने डंडे से यूं ही गड्ढा खोजने लगे। थोड़ी देर बाद उन्हें यह एहसास हुआ कि कोई विचित्र सा काला पत्थर है जोकि पहाड़ी के चट्टानों से अलग है। आसपास के मौजूद लोगों ने भी मिलकर मिटटी हटाना शुरू कर दिया। कुछ देर बाद उस पत्थर को निकाला गया तो पाया की एक बड़ा सा शिवलिंग है। धीरे-धीरे यह खबर आस-पास के गांव में एवं मीडिया के जरिए पूरे बिहार में फैल गया।
धीरे धीरे वहां पूजा-अर्चना शुरू हो गए, सोमवार के दिन लोगों के इकट्ठे होने लगे, और सावन में जल चढ़ाने के लिए देवघर की भांति कांवरियों की भीड़ उमड़ने लगी। आज बैजू धाम को बिहार का बैजनाथ धाम यानी देवघर के रूप में जाना जाता है
बैजू धाम के विकास में बिहार सरकार की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है इस कारण आज बैजू धाम बिहार के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थानों में वशिष्ठ स्थान रखता है।
Morhar River |
बैजू धाम कैसे पहुंचे ?
- बैजू धाम बिहार के गया जिले के गुरुआ प्रखंड से 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
- यहां पहुंचने के लिए सर्वप्रथम गया शहर पहुंचना होगा।
- उसके बाद गया से निकलकर जीटी रोड के माध्यम से डोभी, शेरघाटी होते हुए गुरुआ पहुंच कर बैजू धाम के लिए प्रस्थान कर सकते हैं।
गया का महत्वपूर्ण टूरिस्ट स्पॉट
दोस्तों आप जब भी बिहार टूर का प्लान करें तो गया दर्शन का प्लान अवश्य रखें। गया जिला टूरिस्ट स्पॉट के नजरिए से महत्वपूर्ण है, जैसे ...
- भगवान बुद्ध का ज्ञान प्राप्ति स्थान विश्व प्रसिद्ध बोधगया ।
- पिंडदान के लिए जाना जाने वाला महत्वपूर्ण स्थान विष्णुपद ।
- माता सती मंदिर मंगला गौरी ।
- और अकेले 22 वर्षों तक पहाड़ को काटकर रास्ता बनाने वाले मांझी द माउंटेन मैन के नाम से जाना जाने वाला गहलौर घाटी इसी गया जिले में स्थित है।
- इसके साथ ही गया पहाड़ों से घिरा हुआ प्राकृतिक नजरों का मुख्य आकर्षण है।
Mahabodhi Temple Bodh Gaya. |
इसके अलावा आप गया से अन्य जिलों के टूरिस्ट प्लेस का प्लान आसानी से कर सकते हैं।
1. बराबर की गुफाएं - बराबर की गुफाएं गया से 24 किलोमीटर दूर जहानाबाद जिले में स्थित है,जो कि मगध सम्राट अशोक के समय की पुरानी गुफा है। इन गुफाओं में सम्राट अशोक के शिलालेखों को भी देखा जा सकता है।
2. नालंदा विश्वविद्यालय का खंडहर- चौथी शताब्दी के विश्व प्रसिद्ध नालंदा विश्वविद्यालय यहां से करीब 72 किलोमीटर की दूरी पर नालंदा जिले में है। नालंदा विश्वविद्यालय गुप्त वंश के किस समय में अपने चरमोत्कर्ष पर था। जहां पर विश्व के अन्य देशों से छात्र एवं शिक्षक शिक्षा ग्रहण करने आते थे। 12 वीं सदी में बख्तियार खिलजी द्वारा तहस-नहस कर दिया गया था।
3. राजगीर- गया से करीब 65 किलोमीटर की दूरी पर नालंदा जिले में है। यह विश्व शांति स्तूप एवं 9 जलधाराओं के कुंड के लिए प्रसिद्ध है। राजगीर प्राचीन मगध सम्राट बिंबिसार की राजधानी शहर थी जोकि आज भी चारों तरफ पहाड़ियों से घिरा हुआ प्राकृतिक सौंदर्य की छाया में बसा हुआ सुरक्षित प्राचीन शहर है। भगवान बुद्ध का विश्राम स्थल वेणु वन इसी राजगीर शहर में स्थित है। यह पर्यटन के दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण शहर है।
4. शेरशाह का मकबरा - शेरशाह का मकबरा गया शहर से गरीब 100 किलोमीटर दूर सासाराम में स्थित है। शेरशाह का मकबरा भारत इस्लामी वास्तु कला शैली का विशिष्ट उदाहरण है। साथ ही यह कृत्रिम झील के बीचो बीच खंभे पर बना मकबरा है जो कि भारत में दूसरे ताजमहल के नाम से जाना जाता है। पर्यटन के दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण स्थान है।
5. देव सूर्य मंदिर - गया से करीब 60 किलोमीटर की दूरी पर औरंगाबाद जिले में स्थित है। देव मुख्य रूप से सूर्य मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। बिहार में छठ पूजा के समय देव सूर्य मंदिर विशिष्ट महत्व है। आस्था के साथ-साथ पर्यटन की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण स्थान है। ऐसा कहा जाता है कि भगवान विश्वकर्मा द्वारा देव के सूर्य मंदिर को रातों-रात बनाया गया था।
दोस्तों आप जब भी बिहार टूर का प्लान करें तो गया दर्शन का प्लान अवश्य रखें। गया जिला टूरिस्ट स्पॉट के नजरिए से महत्वपूर्ण है। मगध साम्राज्य और महात्मा बुद्ध नगरी में आपका स्वागत है।
धन्यवाद
अभिषेक शाहिल
Hello friends,
As I told you about myself, this blog is mainly related to Travel and Tourism. In which I will share with you my experience of travel and detailed information related to that place and how you can reach there.
Friends, I started my first journey from Baiju Dham in Gaya district of Bihar, which is in the area of Gurua Block, about 25 kilometers from our village.
Why is Baiju Dham famous?
Friends Baiju Dham is important from the perspective of faith and tourism. The legend of Lord Shiva's Jyotirlinga being revealed here is very popular. Here a beautiful temple temple of Lord Shiva has been constructed on the banks of the river Mohar amidst natural scenes. During Sawan month, a large number of devotees and Kanwari crowd throng here to offer water.
During the Shravani Mela, this temple complex is very much decorated like Deoghar. The whole month of Baiju Dham gets absorbed in Shiva devotion with the worship of Shiva - archana and the echo of bomb naive. It is also called Baijnath Dham or Deoghar of Bihar.
Baiju Dham holds special significance from the point of view of faith and tourism. Therefore Baiju Dham has been developed rapidly on the lines of Bodh Gaya, Rajgir and Nalanda. The banks of the Mohar river add to the lush green picturesque hills of the Mount Mehar and the surrounding forest in its natural landscape. Along with this, special initiatives have also been taken by the government to develop it as a more delightful site. Apart from Sawan, other programs like Yagya Puja recitation, Shaadi Vivah and other religious rituals are organized here throughout the year. Therefore, pond, park, Dharamshala, Vivah Mandap, Havan Kund and resting place have also been arranged as a special resource from the government.
The amazing legend behind the appearance of the Shivalinga of Baiju Dham.
Baiju Dham is mainly located in a village called Baiju Bigha. The people here say that
In September 2000, there was a severe flood in the Gurua block and especially in the villages around the Mohar River, due to which the people of Baiju Bigha village used to take their animals to graze grass on the nearby Marhak hill. During this time, a person named Kameshwar Yadav started searching for a pit from his pole. After a while he realized that there is a strange black stone which is different from the rocks of the hill. People present nearby also started removing the soil together. After some time that stone was removed and found that there is a big Shivling. Gradually this news spread in the nearby village and through the media all over Bihar.
Slowly the prayers started there, people started gathering on Monday, and like the Deoghar, the crowd of Kanwarias started to gather in the spring. Today Baiju Dham is known as Baijnath Dham i.e. Deoghar of Bihar.
The Bihar government has also played an important role in the development of Baiju Dham, due to this, today Baiju Dham holds the best place in the important tourist places of Bihar.
How to reach Baiju Dham?
- Baiju Dham is located at a distance of 4 km from Gurua block of Gaya district of Bihar.
- To reach here, one has to first reach the city of Gaya.
- After that, leaving Gaya, via GT Road, Dobhi & Sherghati you can reach Gurua and leave for Baiju Dham.
👉 Friends, you can also watch our video for information related to Baiju Dham by clicking here
Important Tourist Spot of Gaya
Friends, whenever you plan a Bihar tour, do keep the plan of Gaya Darshan. Gaya district is important from the perspective of tourist spots, such as…
- World famous Bodh Gaya, the place of enlightenment of Lord Buddha.
- The important place Vishnupada is known for Pindadan.
- Mata Sati Temple Mangla Gauri.
- And Gehlaur Valley, known as Manjhi the Mountain Man, after cutting the mountain for 22 years alone, is located in this Gaya district.
- Along with this, surrounded by the Gaya Mountains is the main attraction of natural scenes.
Apart from this, you can easily plan the tourist place of other districts from Gaya.
Tomb of Sher Shah Suri |
1. Barabar Caves - Barabar Caves is located 24 km from Gaya in Jehanabad district, which is an old cave of the time of Magadha Emperor Ashoka. Inscriptions of Emperor Ashoka can also be seen in these caves.
2. Ruins of Nalanda University - The world famous Nalanda University of the fourth century is in Nalanda district, about 72 kilometers from here. Nalanda University was at its peak in what time of Gupta dynasty. Where students and teachers from other countries of the world used to come for education. In the 12th century, Bakhtiar was destroyed by Khilji.
3. Rajgir - is in Nalanda district, about 65 kilometers from Gaya. It is famous for the World Peace Stupa and the reservoir of 9 streams. Rajgir was the capital city of the ancient Magadha emperor Bimbisara, which is still a safe ancient city surrounded by hills surrounded by natural beauty. Venu Van, the resting place of Lord Buddha, is located in this Rajgir city. It is a very important city in terms of tourism.
4. Sher Shah's Tomb - Sher Shah's Tomb is located in Sasaram, 100 kilometers from the town of Gaya. Sher Shah's tomb is a typical example of the Indo-Islamic architectural style. It is also a mausoleum built on the middle pillar of the artificial lake, which is known as the second Taj Mahal in India. It is a very important place from the point of view of tourism.
5. Dev Sun Temple - Located in Aurangabad district, about 60 kilometers from Gaya. Dev is mainly famous for the Sun Temple. The Dev Sun Temple is of special importance at the time of Chhath Puja in Bihar. Along with faith, it is also an important place in terms of tourism. It is said that the Sun Temple of God was built overnight by Lord Vishwakarma.
Friends, whenever you plan a Bihar tour, do keep the plan of Gaya Darshan. Gaya district is important from the perspective of a tourist spot. Welcome to the kingdom of Magadha and the city of Mahatma Buddha.
Thank you
Abhishek Shahil
Nice
ReplyDeleteSupar se upar
ReplyDeletegood bro
ReplyDeleteNice explanation��
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